Pritam's poem #pritampoetry एक ऐसा दिल खोज दे रब्बा,जो मेरे दिल को समझ सके। मेरे दिल के आवाज को बीन कहे सुन भी ले। जिसके हर गम को मैं उसके आंखो से जान लूं, मेरे हर लम्हा में वो मेरे साथ हो, ना मेरी चाहत उसके जिस्म से हो, ना वो मेरा कीमत लगाए, बस दोनों एक दूसरे से हर पल का साथ चाहें बात नहीं हो रोज उससे कोई बात नहीं, जब भी मिले उससे तो कुछ खास पल खास लम्हात हो।
Read More